विदेश। चीन के वुहान में लाकडाउन खुलने के तुरंत बाद कोरोना वायरस की वापसी के कयास लगाए जा रहे हैं। चीन में कोरोना के दोबारा दस्तक की खबर जैसे-जैसे दुनिया में फैल रही है। वैसे-वैसे कोरोना से पीड़ित मुल्कों की चिंता और भी ज्यादा बढ़ गई है। ऐसे वक्त में जब दुनिया के ज्यादातर मुल्कों के लिए कोरोना से निपटना एक बड़ी चुनौती है। उस दौर में चीन में कोरोना की दोबारा एंट्री से हालात संभालना एक बहुत बड़ी चुनौती हो जाएगा। यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि चीन ने वायरस के 63 नए पुष्ट मामलों की सूचना दी है। इनमें दो घरेलू मरीज और 61 आयातित मरीज (दूसरे देशों से आए चीनी) शामिल हैं। 63 नए मामलों के साथ चीन में एक फिर से कोरोना फैलने का संकट मंडराने लगा है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार चीन में दो महीने से अधिक समय के बाद लॉकडाउन हटाया गया था लेकिन नए मामलों से देश की चिंता बढ़ने लगी है। जिसमें 61 केस भी शामिल है इन मामलों ने संक्रमण की दूसरी लहर की चिंता को बढ़ा दिया है चीन में कुल नए मामलों की संख्या 111 100 पहुंच गई है इससे पहले माना जा रहा था कि बड़ी कोशिशों के बाद चीन में अब हालात सुधरने लगे हैं जनवरी के बाद ऐसा पहली बार हुआ कि पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस की वजह से कोई मौत नहीं हुई? 25 मार्च को चीन की सरकार ने हुबेई सूबे में सिर्फ वुहान को छोड़कर बाकी सब जगहों से लॉकडाउन हटा दिया। लेकिन लॉकडाउन हटने के महज 3 से 4 दिन के भीतर ही कोरोना के मरीजों के नए मामले सामने आने शुरू हो गए। गौरतलब है कि तीन महीने की मशक्कत के बाद चीन कोरोना वायरस को हराने में कामयाब हुआ था, वुहान से भी करीब 76 दिनों का लॉकडाउन हटाया गया है। लेकिन अब अचानक पिछले एक हफ्ते में दोबारा कुछ नए मामले सामने आने लगे हैं।
चीन में कोरोना की दोबारा एंट्री, चिंता और भी ज्यादा बढ़ गई